अपनी मेहनत के लिए फिर वही इनाम मिला, काम के बदले मुझे फिर ज़रूरी काम मिला। जिन्दगी हो गई दिल्ली की सड़क के जैसी, बस अभी जाम से निकले थे फिर से जाम मिला ।। 📝-गिरीश सिंह
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